
घर व आवासीय परिसर में किस दिशा में कौन से पेड़-पौधे लगाने चाहिए
चंद्रमा यदि दूसरे भाव में हो, तो ऐसे लोग प्रतिष्ठित व प्रसिद्ध लोगों में शुमार होते हैं। इनकी सूरत सुंदर, आकर्षक व लुभावनी होती है। चंद्रमा की यह स्थिति कृषि संपदा में वृद्धि करती है। ये शिक्षा प्रेमी, शक्तिशाली, भाग्यशाली, तेजस्वी, विनम्र, मधुरभाषी सुखी संपन्न, उदार, प्रवासी तथा विपरीत लिंगी विलासी होते हैं। विषय वासनाओं के प्रति इनकी अधिक रुचि होती है। परिवार वृहद् और खुशहाल होता है। सुशिक्षित होते हैं, पर आरंभिक शिक्षा में अड़चनें आती हैं। कुल-कुटुंब से बहुत प्रेम करते हैं। धनसंचयी, सहिष्णु, मर्मज्ञ व सरकार द्वारा सम्मानित/ पुरस्कृत होते हैं। इनमें संतोष की कमी और जिद की अधिकता होती है। कई बार इस योग के कारण वाणी दोष पाया जाता है। विपरीत लिंगियों से इनके लिए धन लाभ का योग बनता है। चंद्रमा अगर बृहस्पति से युक्त या दृष्ट हो, तो शुभ फलदायी होता हैं। अगर चंद्र पूर्ण हों, तो ये समृद्धि, उत्तम संतति और शांति से अलंकृत होते हैं। चंद्रमा अगर मंगल युक्त हों तो चर्मरोग, बुध के संग हो तो धन का नाश, शनि के साथ हो तो आत्मीय परिजन से च्युत और राहु या केतु के साथ हों तो दारिद्र्य देता है।
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प्रश्न: अपने घर व आवासीय परिसर में किस दिशा में कौन-कौन से पेड़-पौधे नहीं लगाने चाहिए? – अवनि शर्मा
उत्तर: पंडित मनु मिश्रा कहते हैं कि वास्तु के नियमों के अनुसार उत्तर में केला व गूलर, ईशान में कदली, पूर्व में पीपल, अग्निकोण में दुग्धदार वृक्ष, दक्षिण में नींबू, नैऋत्य में कदंब, पश्चिम में कंटीले वृक्ष शुभ फल नहीं देते। पूर्व में फलदार वृक्ष से संतान को कष्ट होता है। पश्चिम में कांटेदार पेड़-पौधों से शत्रुओं का भय बढ़ता है। दक्षिण में दुग्धवाले पेड़-पौधों से धन की कमी, विवाद, आंखों में पीड़ा तथा शोक होता है। दक्षिण में कटहल और गुलमोहर से शत्रुता, विरोध, अपमान के साथ आर्थिक स्थिति व मन की शांति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यहां गोंद वाले पेड़-पौधे धन हानि करते हैं। दक्षिण पूर्व में गुलाब पलाश, जवाकुसुम पीड़ादायक सिद्ध होते हैं और कांटे वाले पौधे यहां मृत्युकारक माने गए हैं। पूर्व में पीपल और बरगद विकार, मानहानि का सबब बनते हैं। केला, कदंब और नींबू जिस घर में उगते हैं, उस घर के मालिक और उसके बच्चों का कभी विकास नहीं हो सकता। साथ ही पीपल, अगस्त, इमली, बहेड़ा, गूलर, आम, नीम, पाकर ये सभी पेड़ घर के परिसर में तो छोड़िए, समीप भी नहीं लगाने चाहिए। बेर, पाकड़, बबूल, गूलर आदि कांटेदार पेड़ घर में क्लेश व झगड़े के कारक हैं।
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