
अगले 10 साल में (2031-32 तक) अमेरिका-चीन के बाद भारत तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अभी यह पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि इस दौरान प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से ज्यादा, शेयर बाजार का मार्केट कैप (पूंजीकरण) तीन गुना हो जाएगा। यहां जाने यह ऐसे होगा…
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इकोनॉमी में बूम
639 लाख करोड़ रु. की होगी GDP
बीते वित्त वर्ष यानी 2021-22 में GDP यह 255.5 लाख करोड़ रु. की थी। 2032 तक यह 639 लाख करोड़ रु. से ऊपर निकल सकती है।
150 लाख करोड़ रु. का रिटेल मार्केट
अगले एक दशक में रिटेल मार्केट 147.64 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। अभी ये 62.87 लाख करोड़ रुपए का है। ऐसे में
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कंज्यूमर भी मजबूत होंगे: आय ब्रिटेन-जर्मनी से अधिक होगी
अगले दशक के दौरान प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 2.3 गुना होने का अनुमान है। सीईआईसी और मॉर्गन स्टेनली रिसर्च के आंकड़े बताते हैं कि 1981-82 में प्रति व्यक्ति आय 21,700 रुपए थी। बीते वित्त वर्ष यह 1.83 लाख रु. से कुछ ज्यादा थी। मौजूदा रफ्तार बनी रही तो यह 4.22 लाख रुपए तक पहुंच सकती है। ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस में यह डेढ़ गुना ही बढ़ेगी।
बढ़ेगी महिला भागीदारी
अगले एक दशक के दौरान कुल कामकाजी आबादी में महिलाओं की हिस्सेदारी 35% से ऊपर निकलेगी। यह 2021 में 25% पर सिमटी हुई थी।
55% अधिक मूल्य के मोबाइल निर्यात
आईसीईए का अनुमान है कि इस वित्त वर्ष देश 73,000 करोड़ के मोबाइल निर्यात करेगा। पिछले वर्ष यह 47,000 करोड़ था।
