
नेताजी सुभाष चंद्र मेडिकल कॉलेज की डीन और मेडिकल अधीक्षक के बीच चली आ रही तनातनी के चलते सैंकड़ों नर्स और कर्मचारियों का वेतन रुक गया है। सितंबर महीने का वेतन नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों और मेडिकल कालेज में पदस्थ नर्सें परेशान हैं। नर्स और कर्मचारियों ने प्रभारी डीन से वेतन दिलवाने की मांग की है।
मेडिकल में मरीजों के इलाज में लगे डाक्टरों सहित नर्स और तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को विभाग में अधिकारियों के बीच चल रहे विवाद के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि हाल ही में मेट्रन से डाॅक्टर रिचा शर्मा का विवाद हो गया था, जिसके कारण नर्सों ने डाॅक्टर रिचा शर्मा की शिकायत की गई थी।
मेडिकल कालेज़ की डीन डाॅक्टर गीता गुईन ने कमिश्नर के निर्देश पर डीडीओ डाॅक्टर रिचा शर्मा को हटाते हुए डाॅक्टर चनसोरिया को नियुक्त किया था। रिचा शर्मा ने डीन एवं कमिश्नर के निर्देशों को दरकिनार करते हुए हस्ताक्षर ट्रांसफर नहीं किया, जिसके कारण नर्सों सहित सैकड़ों कर्मचारियों का वेतन रुक गया।
त्योहार को देखते हुए नर्स और कर्मचारियों ने प्रभारी डीन से वेतन दिलवाने की मांग की है। नर्स हर्षा सोलंकी ने बताया कि बिल 23 तारीख को लग जाया करता था। वेतन 1 तारीख तक आ जाती थी। डीडीओ के साइन नहीं होने के कारण वेतन नहीं मिला। इसको लेकर संभाग आयुक्त से भी बात करने की कोशिश की गई पर उनसे संपर्क नही हो पाया। डीडीओ का भी पता नही हैं कि वह कहा हैं। ऐसे में किसी के पास अब कोई जवाब नहीं हैं।
वेतन न मिलने से नाराज कर्मचारी तथा नर्स आगामी 6 तारीख को नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज के सामने 2 घंटे का सांकेतिक प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी अगर वेतन जारी नहीं हुआ तो आगामी 10 तारीख से पूरी तरह से काम बंद कर हड़ताल किया जाएगा। लघु कर्मचारी संघ के अजय दुबे ने बताया कि मेडिकल कालेज की डीन और अधीक्षक के बीच चल रहे गतिरोध के कारण कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं।





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