भोपाल | MP Board मध्य प्रदेश में लॉकडाउन के पहले चरण की शुरुआत से लेकर तीसरे चरण का लॉकडाउन खत्म होने तक एमपी बोर्ड के स्टूडेंट्स को स्थगित पेपर जल्द से जल्द कराने का बेसब्री से इंतजार है. स्टूडेंट इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि आखिर में छात्र-छात्राओं को जनरल प्रमोशन तो नहीं दिया जाएगा. वहीं दूसरी ओर परीक्षा के समय में कटौती और प्रश्न पत्रों की कटौती को लेकर भी छात्रों के मन में आशंका है. पूरे 3 घंटे की समय अवधि में पूरे प्रश्न के साथ पेपर लिए जाएंगे या फिर इसमें भी कुछ संशोधन किया जाएगा. इस पर एमपी बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि स्थगित पेपरों की परीक्षा पूरे तीन घंटे की ही होगी.
3 घंटे की अवधि में ही आयोजित होंगे पेपर
एमपी बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक मध्यप्रदेश में परीक्षा को लेकर जल्द निर्णय लिया जाएगा. वहीं छात्र-छात्राओं की परीक्षा की अवधि में किसी भी तरह से कोई कटौती नहीं की जाएगी. स्थगित पेपर पूरे 3 घंटे की अवधि के होंगे. यानी छात्र-छात्राओं के पेपर के समय में किसी भी तरह की कोई कटौती नहीं की जाएगी और ना ही 2 घंटे के समय के भीतर पेपर लिए जाएंगे. प्रश्नों की संख्या में कोई कमी नहीं की जाएगी. 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षाओं के स्थगित पेपर पहले की तरह ही यथावत प्रश्नों और तय समय के अनुसार ही किए जाएंगे.
21मार्च से स्थगित है परीक्षा
मध्यप्रदेश में एमपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं के पेपर 19 मार्च तक ही हो सके थे. 21 मार्च से होने वाले सारे पेपर अब तक स्थगित हैं. छात्र-छात्राओं को लॉकडउन तीन के खत्म होने का इंतजार है ताकि उनके स्थगित पेपर जल्द से जल्द हो सकें. वहीं छत्तीसगढ़ सरकार ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षार्थियों की प्रणाली कर जनरल प्रमोशन देने का निर्णय लिया है तो वहीं सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं की जुलाई में परीक्षा को लेकर तारीखों की घोषणा कर दी है. मध्यप्रदेश में अब तक ना तो परीक्षा की तारीखों की घोषणा की गई है और ना ही यह तय किया गया है कि आखिर मई के आखिर में या फिर जून के पहले हफ्ते में परीक्षाएं ली जाएंगी या नहीं.
10वीं और 12वीं में 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी
एमपी बोर्ड में दसवीं और बारहवीं में 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. 10वी में 11लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए हैं तो 12वीं में 7लाख 52 हज़ार परीक्षार्थी शामिल हुए हैं. बोर्ड एग्जाम में 3542 सेंटर बनाए गए थे. अब सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा होने पर परीक्षा केंद्र की संख्या दोगुनी करनी होगी. भिंड, मुरैना, श्योपुर,रीवा सहित 9 से 10 संवेदनशील जिलों में विशेष सतर्कता रखनी होगी.
लॉक डाउन खत्म होने के 10 दिन के भीतर होंगी स्थगित पेपर की परीक्षाएं
एमपी बोर्ड के सचिव अनिल शुचारी ने साफ किया है कि 10वीं और 12वीं के स्थगित पेपर की परीक्षाएं लॉकडाउन खत्म होने के 10 दिन के भीतर कराई जाएंगी. छात्र-छात्राओं को इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर नंबर नहीं दिए जाएंगे. परीक्षा कराने को लेकर बोर्ड की तैयारियां पूरी है. लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार है जैसे ही लॉक डाउन खत्म होगा बोर्ड के स्थगित पेपर कराई जाएंगी, अगर लॉकडाउन बढ़ता है तो इसको लेकर एमपी बोर्ड का प्लान क्या होगा. इसको लेकर अभी तक एमपी बोर्ड ने अपना रुख साफ नहीं किया है.
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा कराने को बोर्ड तैयार
लॉकडाउन खत्म होने के बाद एमपी बोर्ड के स्थगित पेपर की परीक्षाएं होंगी तो जरूर लेकिन इनका स्वरूप थोड़ा सा बदला हुआ नजर आएगा. छात्र-छात्राएं जब परीक्षा केंद्र पर पहुंचेंगे तो एक परीक्षा केंद्र को दो से तीन केंद्रों में बांटा जाएगा. वहीं छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ एक कमरे में मात्र 8 स्टूडेंट को बैठाकर परीक्षा ली जाएगी. स्टूडेंट जब परीक्षा केंद्र पर पहुंचेंगे तो उनके चेहरे पर मॉस्क लगा होगा और पूरी तरह से सैनिटाइज होकर स्टूडेंट परीक्षा केंद्र में पहुंचेंगे.
10वी-12वी में इन मुख्य विषयों की होनी है परीक्षा
10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 02 और 03 मार्च से शुरू हुई थी. 19 मार्च तक पेपर हो सके थे. 21 मार्च से लॉकडाउन के बाद से जो पेपर स्थगित है जिन की परीक्षा ली जानी है, ये है बायोलॉजी, हायर मैथमेटिक्स, केमिस्ट्री, अर्थशास्त्र भूगोल, राजनीति, शास्त्र,बुक कीपिंग एवं अकाउंटेंसी, व्यवसायिक अर्थशास्त्र (यानी बिजनेस इकोनॉमिक्स) क्रॉप प्रोडक्शन एंड हॉर्टिकल्चर एनिमल हसबेंडरी मिल्क एंड पोल्ट्री फार्मिंग एंड फिशरीज, भारतीय कला का इतिहास, स्टिल लाइफ एंड डिजाइन, शरीर रचना क्रिया विज्ञान एवं स्वास्थ्य, विज्ञान के तत्व और वोकेशनल कोर्सेज के प्रथम द्वितीय और तृतीय प्रश्न पत्र. 10वीं में हिंदी, अंग्रेजी संस्कृत, उर्दू, द्वितीय एवं तृतीय भाषा हिंदी, वहीं मूक बधिर और दिव्यांग छात्रों के लिए भी 10वीं और 12वीं में इन्हीं विषयों की परीक्षा ली जानी है.