कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना संकट से उबरने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित किए गए आर्थिक पैकेज को ‘बिग जीरो’ की संज्ञा दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि केंद्र की घोषणा से देश के लोग छले गए हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल के हमारे वित्त मंत्री अमित मित्रा ने स्पष्ट कर दिया है कि 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज केवल एक छलावा है।
वित्त मंत्री अमित मित्रा ने बताया है कि 10 लाख करोड़ का पैकेज पहले से ही चल रहा है। खास बात यह है कि इससे राज्यों को कुछ नहीं मिल रहा है। राज्य सचिवालय नवान्न में मीडिया से मुखातिब ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए था कि गरीबों और मजदूरों का कर्ज माफ करें जैसे पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने किया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र ने नए आर्थिक पैकेज में सूक्ष्म मध्यम और लघु उद्योग को मिलने वाली ग्रांट भी कम कर दी है। उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया कि प्रधानमंत्री के साथ बैठक में राज्यों ने ना तो जीडीपी का बड़ा हिस्सा खर्च करने की मांग की थी और ना ही डायरेक्ट कर्ज मांगी थी। उन्होंने कहा कि फिलहाल कोई कमाई नहीं हो रही है, केवल आग लगाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर राज्यों को ध्वस्त करने का आरोप लगाते हुए कहा कि संघवाद की आड़ में राज्यों को कमजोर करने की कोशिश हो रही है। केवल गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। देश के विभिन्न शहरों का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में लोग बिना खाए रह रहे हैं लेकिन केंद्र को इसकी कोई चिंता नहीं है। केवल बड़ी कंपनियों की मदद हो रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कोई मदद नहीं पहुंचाई जा रही है। यह स्वीकार्य नहीं होना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल पर फर्जी खबरें चलाने का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि उनका काम केवल भ्रामक सूचनाएं फैलाना है ताकि लोग दिग्भ्रमित रहें, इससे लोगों को सतर्क रह
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना संकट से उबरने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित किए गए आर्थिक पैकेज को ‘बिग जीरो’ की संज्ञा दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि केंद्र की घोषणा से देश के लोग छले गए हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल के हमारे वित्त मंत्री अमित मित्रा ने स्पष्ट कर दिया है कि 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज केवल एक छलावा है।
वित्त मंत्री अमित मित्रा ने बताया है कि 10 लाख करोड़ का पैकेज पहले से ही चल रहा है। खास बात यह है कि इससे राज्यों को कुछ नहीं मिल रहा है। राज्य सचिवालय नवान्न में मीडिया से मुखातिब ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए था कि गरीबों और मजदूरों का कर्ज माफ करें जैसे पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने किया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र ने नए आर्थिक पैकेज में सूक्ष्म मध्यम और लघु उद्योग को मिलने वाली ग्रांट भी कम कर दी है। उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया कि प्रधानमंत्री के साथ बैठक में राज्यों ने ना तो जीडीपी का बड़ा हिस्सा खर्च करने की मांग की थी और ना ही डायरेक्ट कर्ज मांगी थी। उन्होंने कहा कि फिलहाल कोई कमाई नहीं हो रही है, केवल आग लगाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर राज्यों को ध्वस्त करने का आरोप लगाते हुए कहा कि संघवाद की आड़ में राज्यों को कमजोर करने की कोशिश हो रही है। केवल गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। देश के विभिन्न शहरों का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में लोग बिना खाए रह रहे हैं लेकिन केंद्र को इसकी कोई चिंता नहीं है। केवल बड़ी कंपनियों की मदद हो रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कोई मदद नहीं पहुंचाई जा रही है। यह स्वीकार्य नहीं होना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल पर फर्जी खबरें चलाने का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि उनका काम केवल भ्रामक सूचनाएं फैलाना है ताकि लोग दिग्भ्रमित रहें, इससे लोगों को सतर्क रह





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