नई दिल्ली। हरियाणा में आरक्षण सहित छह अन्य मांगों को लेकर जाटों का धरना 15 वें दिन भी शुरू हो गया है। 29 जनवरी से प्रदेश के 19 स्थानों पर जाट समुदाय के लोग अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। जाट नेताओं व सरकार के बीच उनकी मांगों को लेकर शनिवार को पानीपत में मैराथन बैठक भी चली थी, जिसमें कई मुद्दों पर दोनों पक्ष सहमत हो गए थे। लेकिन कुछ मुद्दों पर दोनों ही पक्षों के बीच बात नहीं बन पायी थी।
जिस पर सरकार द्वारा मुख्यसचिव के नेतृत्व में वार्ता के लिए गठित कमेटी ने उनकी मांगों को मुख्यमंत्री के सामने रखने का आश्वासन दिया। इसके बाद दोनों की पक्ष जल्द ही अगले दौर की वार्ता के लिए बैठेंगे।
जाट नेताओं व सरकार के बीच भले ही समस्या के समाधान निकालने के लिए वार्ता चल रही है। लेकिन सभी धरना स्थलों पर आंदोलनकारी पूर्व की भांति ही डटे हुए हैं। जाट नेताओं का दावा है कि जब तक उनकी सभी मांगों को नहीं माना जाता है। वह आंदोलन स्थगित नहीं करेंगे। रविवार का दिन होने के कारण आज धरना स्थलों पर भीड़ बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है। वहीं प्रशासन द्वारा लगातार धरनों व अन्य संवेदनशील जगहों पर निगाह रखी जा रही है। चण्डीगढ़ में बने आपातकक्ष में लगातार आंदोलन से जुड़ी प्रत्येक दो घंटे की रिपोर्ट उपायुक्तों द्वारा भेजी जा रही है।
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