
अपने ही विभाग मे पदस्थ महिला पुलिस आरक्षक के साथ रेप करने के मामले मे केंद्रीय जेल जबलपुर मे सजा काट रहें थाना प्रभारी संदीप अयाची की लाइफ स्टाइल बदल चुकी हैं। करीब एक माह से जेल मे बंद थाना प्रभारी संदीप अयाची ज्यादातर समय किताबों के बीच रहते हैं। टी.आई संदीप अयाची ने जेल की लायब्रेरी से गायत्री विद्यापीठ पुस्तकें ली हैं। जिसे पढ़कर ही वह अपना समय गुजार रहें हैं। इसके अलावा संदीप अयाची अपने रोजमर्रा के काम मे अधिकतर समय जुटे रहते हैं। कुछ घंटों के लिए जब बेरिक से बाहर आते हैं तो भी अकेले-अकेले रहते हैं।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल की पश्चिमी द्वार के सेल नंबर 12 मे स्थित 10×8 के सेल मे बंद थाना प्रभारी संदीप कोई अयाची रोजाना सुबह पूजा पाठ करते हैं। जेल मे बने माता जी के मंदिर मे अधिकतर समय गुजारने वाले संदीप से जेल के अधिकारी बात करते हैं तो वह खामोश हो जाते हैं। एक माह से जेल मे बंद संदीप अयाची से अभी तक उनके पिता ,जीजा और पत्नी मिलने आई हैं जबकि एक मर्तबा उसके दोस्त भी जेल आए हैं।
नेता जी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल की बैरक 12 मे बंद थाना प्रभारी संदीप अपने लिए केंटीन से 1500 रुपए के महीने भर के लिए रोजमर्रा की चीजें मंगा रखी हैं। अपने कपड़े धोना, अपने सेल की साफ सफाई करने मे ही वह ज्यादा व्यस्त रहते हैं। कभी कभार जेल का स्टाफ अगर उनसे बात करता हैं तो वह चुप ही रहते हैं। दीपावली के बाद परिवार के लोग मिलने पहुंचे थे पर जेल मे बंद संदीप अयाची से भीड़ भाड़ के कारण मुलाकात नही हो पाई।
जबलपुर की नेताजी सुभाष चंद्र केंद्रीय जेल में थाना प्रभारी संदीप अयाची के अलावा दमोह पथरिया विधायक राम भाई के पति गोविंद सिंह राजपूत बिशप,पी.सी सिंह, माफिया अब्दुल रज्जाक, प्यारे मियां, डॉक्टर अश्वनी पाठक भी सजा काट रहे हैं। पर इस समय संदीप अयाची सबसे अलग और गुमसुम रहते हैं। अधिकतर समय वह किताबों के बीच में ही रहते हैं।
