
3500 मूर्तियों का हुआ था विसर्जन विसर्जन के बाद मूर्तियों के बचे स्ट्रक्चर से बनाए जा रहे 10 हजार ट्री गार्ड
दुर्गा और गणेश प्रतिमा विसर्जन के बाद निकले बांस और मूर्तियों के स्ट्रक्चर से 10 हजार ट्री गार्ड और ट्री सपोर्ट बनाए जा रहे हैं। कलियासोत, एयरपोर्ट और आदमपुर छावनी सहित शहर के अन्य स्थानों पर विकसित हो रहे सिटी फाॅरेस्ट में पेड़ों की सुरक्षा और सपोर्ट के लिए इन ट्री गार्ड और स्ट्रक्चर का उपयोग हो रहा है। नगर निगम प्रतिमा विसर्जन के तुरंत बाद इन स्ट्रक्चर को तालाबों से बाहर निकाल लेता है, ताकि इनका उपयोग किया जा सके।
इसका एक फायदा यह भी होता है कि विसर्जन के कारण तालाबों का पानी अपेक्षाकृत रूप से कम प्रदूषित होता है। इस साल शहर में विभिन्न घाटों पर गणेश जी की 2000 बड़ी प्रतिमाएं और 1500 दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ था।
नगर निगम स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरे को रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल करने के तहत पिछले कुछ साल से प्रतिमाओं के अवशेष का उपयोग कर रहा है। शहर में टीटी नगर स्मार्ट सिटी, सेकंड स्टॉप, पर्यावरण परिसर सहित अन्य स्थानों पर होने वाले पौधरोपण में भी इनका उपयोग होगा।
