फोनपे की नई सुविधा:अब डेबिट कार्ड की जरूरत नहीं, आधार से भी एक्टिव कर सकेंगे UPI; जानें पूरी प्रोसेस
फिनटेक प्लेटफॉर्म फोनपे ने ग्राहकों को नई सुविधा दी है। अब इस प्लेटफॉर्म पर आधार से भी UPI सर्विस एक्टिवेट हो सकेगी। पहले ग्राहकों को UPI सेटअप के लिए डेबिट कार्ड डिटेल्स देनी पड़ती थी। इन डिटेल्स के बाद ही यूजर UPI पिन सेट कर पाते थे। डेबिट कार्ड कंपलसरी होने के कारण ऐसे लोग UPI का इस्तेमाल नहीं कर पाते थे जिनके पास डेबिट कार्ड नहीं होता था।
फोनपे सर्विस को शुरू करने वाला पहला ऐप
कंपनी ने बयान में कहा- वह आधार बेस्ड UPI ऑनबोर्डिंग सर्विसेज को शुरू करने वाला पहला UPI थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) ऐप है। इससे ज्यादा से ज्यादा लोग डिजिटल पेमेंट का फायदा ले पाएंगे। यदि आप एक नए यूजर हैं और आधार कार्ड के माध्यम से फोनपे पर अपना UPI सेट करना चाहते हैं, तो यहां हम इसकी स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस बता रहे हैं।


UPI की लॉन्चिंग से क्रांति
2016 में UPI की लॉन्चिंग के साथ ही डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक क्रांति आ गई। UPI ने सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी। इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था। वॉलेट में KYC जैसी झंझट है, जबकि UPI में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता।
UPI को NCPI ऑपरेट करता है
भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI, जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती हैं। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मेंडेटरी किया था।
UPI से जुड़ी खास बातें
UPI सिस्टम रियल टाइम में फंड ट्रांसफर करता है। एक एप्लिकेशन में कई बैंक अकाउंट लिंक किए जा सकते हैं।
किसी को पैसा भेजने के लिए आपको सिर्फ उसके मोबाइल नंबर, अकाउंट नंबर या UPI आईडी की जरूरत पड़ती है।
UPI को IMPS के मॉडल पर डेवलप किया गया है। इसलिए UPI ऐप के जरिए आप 24×7 बैंकिंग कर सकते हैं।
UPI से ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए ओटीपी, सीवीवी कोड, कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट आदि की जरूरत नहीं होती।