ॐ श्री महालक्ष्मी नमः
दैनिकपंचांगआजकापंचांग शुभ पंचांग20अक्टूबर 2021
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श्री गणेशाय नम: दैनिक पंचांग 20 – Oct – 2021 Jabalpur, India
☀ पंचांग
🔅 तिथि पूर्णिमा 20:28:57
🔅 नक्षत्र रेवती 14:02:40
🔅 करण :
विष्टि 07:43:56
बव 20:28:57
🔅 पक्ष शुक्ल
🔅 योग हर्शण 20:38:27
🔅 वार बुधवार
☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
🔅 सूर्योदय 06:09:02
🔅 चन्द्रोदय 17:41:59
🔅 चन्द्र राशि मीन – 14:02:40 तक
🔅 सूर्यास्त 17:40:51
🔅 चन्द्रास्त चन्द्रास्त नहीं
🔅 ऋतु शरद
☀ हिन्दू मास एवं वर्ष
🔅 शक सम्वत 1943 प्लव
🔅 कलि सम्वत 5123
🔅 दिन काल 11:31:49
🔅 विक्रम सम्वत 2078
🔅 मास अमांत आश्विन
🔅 मास पूर्णिमांत आश्विन
☀ शुभ और अशुभ समय
☀ शुभ समय
🔅 अभिजित कोई नहीं
☀ अशुभ समय
🔅 दुष्टमुहूर्त 11:31:53 – 12:18:00
🔅 कंटक 16:08:37 – 16:54:44
🔅 यमघण्ट 08:27:24 – 09:13:31
☀ वर्तमान लग्न धनु (द्विस्वाभाव) 10:31 AM – 12:37 PM
🔅 कुलिक 11:31:53 – 12:18:00
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम 06:55:09 – 07:41:16
🔅 यमगण्ड 07:35:30 – 09:01:59
🔅 गुलिक काल 10:28:28 – 11:54:56
🔅 दिशा शूल उत्तर
🔅 राहु काल 11:54:56 – 13:21:25
☀ चन्द्रबल और ताराबल
☀ ताराबल
🔅 अश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, रेवती
☀ चन्द्रबल
🔅 वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन
1. मोती शंख पर केसर से स्वास्तिक बनाएं 108 अक्षत (साबुत चावल ) लेकर एक एक अक्षत महालक्ष्मी मंत्र बोलकर चढ़ाएं…फिर उस अक्षत को लाल कपड़े में बांध कर अपनी तिजोरी या कैश बॉक्स में रखें। मंत्र है- ओम श्रीं ओम , ओम ह्रीं ओम महालक्ष्मये नम :। चावल चंद्रमा का प्रतीक और शंख लक्ष्मी स्वरुप है। ये उपाय आप रात 9 बजे से लेकर आधी रात 12 तक करे तो ओर भी मंगलकारी होगा |
2. घर में लक्ष्मी के स्वागत के लिए , इस पूर्णिमा की शाम से लेकर सुबह तक अखंड देसी घी का दीप जलायें। चंद्रलोक में मां लक्ष्मी दीप रुप में विराजमान हैं। अखंड दीप की रोशनी से मां लक्ष्मी खिंची चली आयेंगी और स्थाई निवास करेगी ।
3. लक्ष्मी के तांत्रिक उपाय में आप छोटे नारियल की पूजा करके उसे पूजा स्थान पर स्थापित करें। लक्ष्मी के सभी आठो रूपों के लिए एक एक कमल पुष्प चढ़ाये |
4. दक्षिणावर्ती शंख से मां लक्ष्मी का अभिषेक करें और धूप,दीप ,फूल और भोग से पंचोपचार पूजा करें, दक्षिणावर्ती शंख भी पूर्णिमा के दिन ही प्रकट हुआ था। श्रीसूक्त का पाठ करने से भी मिलता है धन।
5. पूर्णिमा को देवी अन्नपूर्णा को प्रसन्न करने वाले पाठ जैसे लक्ष्मी सहस्त्रनाम, लक्ष्मी अष्टोत्र नावामली, सिद्धिलक्ष्मी कवच, श्रीसूक्त, लक्ष्मी सूक्त, महालक्ष्मी कवच, कनकधारा के पाठ से भी आपको मां लक्ष्मी की कृपा मिलेगी।
6. पूर्णिमा को आंवला की पूजा से भी लक्ष्मी खुश होती है | यह भी कहते है की पूर्णिमा की रोशनी से आंवला में ओषधि गुण आते है |
7. शरद पूर्णिमा पर महालक्ष्मी को खीर, छुहाड़े की खीर, मेवे की खीर का भोग लगायें। गाय के दूध में महालक्ष्मी का वास है, इसीलिये उन्हें खीर बहुत प्रिय है। शरद पूर्णिमा पर खीर बनती है अमृत
8. शरद पूर्णिमा के दिन माता अष्ट लक्ष्मी की तस्वीर लेकर उसपर केसर का तिलक करके कमल चढ़ाकर महालक्ष्मी अष्टकम पढ़े। इस उपाय से कुंडली में चाहे जैसा भी योग हो महालक्ष्मी अपने भक्त को जीवन में अचल ऐश्वर्य प्रदान करती है।
9. इस दिन ताम्बे के बर्तन में भरकर किसी ब्राह्मण को दान करने और साथ में दक्षिणा भी देने से बहुत पुण्य की प्राप्ति होती है और धन लाभ की प्रबल सम्भावना बनती है। इस दिन ब्राह्मण को खीर, कपड़ें आदि का दान भी करना बहुत शुभ रहता है।
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