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यहां लिखी थी महर्षि वेदव्यास ने गीता, जानिए क्या है मान्यता

उत्तराखंड के चमोली जनपद में पंच बद्री (बद्रीनाथ, भविष्य बद्री, आदि बद्री, योग ध्यान बद्री और वृद्ध बद्री) भगवान विष्णु को समर्पित धाम है. तो चलिए आज आपको सबसे पहले पंच बद्री में से एक महत्वपूर्ण बद्री आदि बद्री के बारे में बताते हैं.

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भगवान विष्णु का निवास स्थान जो बद्रीनाथ से पहले पूज्यनीय है. माना जाता है कि यहां बैठकर महर्षि वेदव्यास ने गीता लिखी थी, वह मंदिर जो त्रेतायुग, द्वापरयुग और सतयुग में भगवान विष्णु का निवास स्थान था. आखिर क्या वजह है कि कलयुग में बद्रीनाथ आदि बद्री से ज्यादा पूजनीय स्थल हो गया? कलयुग के समाप्त होते ही श्री नारायण कहां पूजे जाएंगे? इस तरह के कई सवाल भक्तों के मन में आते हैं.

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