कोरोना पॉजीटिव के घर फिर लगेगा पोस्टर, दो लोगों की मौत, अब तक 264 ने गंवाई जान

कोरोना पॉजीटिव के घर फिर लगेगा पोस्टर, दो लोगों की मौत, अब तक 264 ने गंवाई जान
जबलपुर। कोरोना से स्वस्थ होने पर सोमवार उनतीस मार्च को 102 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है, वहीं 1628 सेम्पल की प्राप्त परीक्षण रिपोट्र्स में 148 नये मरीज सामने आये हैं । कोरोना से आज स्वस्थ हुये 102 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 17 हजार 407 हो गई है और रिकवरी रेट 92.37 प्रतिशत हो गया है । रविवार की शाम 6 बजे से आज सोमवार की शाम 6 तक पिछले चौबीस घण्टे के दौरान मिले कोरोना के 148 संक्रमित व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना मरीजों की संख्या 18 हजार 844 हो गई है। पिछले चौबीस घंटे में दो व्यक्तियों की मृत्यु की रिपोर्ट प्राप्त हुई रिपोर्ट को मिलाकर जबलपुर में कोरोना से जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या 264 हो गई है । जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस अब 1173 हो गये हैं । कोरोना की जांच हेतु आज 902 व्यक्तियों के सेम्पल लिये गये हैं ।

लगाएं पोस्टर
कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति केघरों पर पोस्टर चस्पा करने के अलावा उनका घर नगर निगम के माध्यम से सेनेटाइज हो जाए, इसका विशेष ध्यान रखना होगा। कोरोना कंट्रोल रूम से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों पर नजर रखने तथा टेली मेडिसिन सेंटर से वीडियो कॉलिंग के जरिए नियमित रूप से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाए। यह निर्देश कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने रविवार को वर्चुअल बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए।
वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से कलेक्टर ने उन क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं, जहां अपेक्षाकृत ज्यादा संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर देते हुए कहा कि फ ील्ड में तैनात आरआरटी टीमें कोरोना पॉजिटिव के नजदीकी सम्पर्क में आने वालों को अनिवार्य रूप से होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दें तथा लक्षण दिखाई देने पर उनके कोविड टेस्ट के लिए उनके सैम्पल भी लिए जाएं। इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति होम आइसोलेशन के नियम का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई करें।अस्पतालों में बिस्तर की लें जानकारी : कलेक्टर ने शासकीय एवं निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध बिस्तरों की लगातार अपडेट लेने की हिदायत भी है। वर्चुअल मीटिंग से आरआरटी टीम एवं एमएमयू टीम के प्रभारी, सभी बीएमओ तथा टेली मेडिसिन सेंटर में तैनात चिकित्सक भी जुड़े थे।