नई दिल्ली । शराब की जबर्दस्त डिमांड और फूड डिमांड में आई गिरावट को देखते हुए जोमैटो ने अब आपके घर तक शराब पहुंचाने का निर्णय लिया है। लॉकडाउन में गैर जरूरी सामानों की डिलीवरी पर रोक के बाद पिछले दिनों जोमैटो ने ग्रॉसरी की डिलिवरी शुरू कर दी थी। अब शराब की जबर्दस्त मांग को देखते हुए उसने शराब की होम डिलीवरी करने का निर्णय लिया है।
25 मार्च को जब पहली बार लॉकडाउन का ऐलान किया गया, उसी दिन से शराब की दुकानें बंद थीं। 4 मई को करीब 40 दिन बाद तीसरे चरण के लॉकडाउन में शराब की दुकानें खोलने की छूट दी गईं। नतीजा यह हुआ कि दुकान के बाहर कई किलोमीटर लंबी लाइन लग गई। सरकार ने मौके का फायदा उठाया और कई राज्यों ने शराब पर भारी भरकम कोरोना स्पेशल टैक्स लगाया। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती देख मुंबई में तो दो दिन के बाद ही शराब की दुकानों पर फिर से पाबंदी लगा दी गई।
कानून की बात करें तो भारत में अभी शराब की होम डिलिवरी को लेकर कोई कानून नहीं है। इंटरनेशनल स्पिरिट्स एंड वाइन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएसडब्ल्यूएआई) चाहता है कि इसको लेकर सरकार कुछ कानून लेकर आए। जोमैटो समेत कई कंपनियां इसके समर्थन में हैं।
जोमैटो के सीईओ मोहित गुप्ता ने आईएसडब्ल्यूएआई को भेजे अपने बिजनेस प्रपोजल में कहा है कि हमारा मानना है कि तकनीक आधारित शराब की होम डिलिवरी से रिस्पांसिबल एल्कोहॉल कंजप्शन को मजबूती मिलेगी। अलग-अलग राज्यों में शराब पीने के लिए कानून उम्र अलग-अलग (18-25 साल) है। गुप्ता ने कहा कि हम उन क्षेत्रों में डिलिवरी करना चाहते हैं जहां कोरोना का प्रकोप कम है