
भोपाल के रहने वाले IIM शिलांग के क्लासमेट्स के बीच प्यार, शादी और धोखे का मामला सामने आया है। दोनों 7 साल साथ लिव इन रिलेशन में रहे। युवती के परिवारवालों का कहना है कि दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली थी। इस बीच युवक बेंगलुरु में गूगल इंडिया में मैनेजर हो गया। अच्छी नौकरी लग गई तो युवक ने दूसरी लड़की से शादी कर ली। इसके बाद परिवार के कहने पर भोपाल आकर अपनी क्लासमेट रही युवती से भी शादी कर ली। अब युवक का आरोप है कि भोपाल में उसकी शादी जबरन कराई गई है। मामला दोनों ओर से थाने पहुंच गया है।
युवती ने बेंगलुरु के थाने, तो युवक ने भोपाल के कमला नगर थाने में केस दर्ज कराया है। युवती के परिजन का आरोप है कि उनकी बेटी को धोखा दिया है। उससे शादी करके बेंगलुरु चला गया। जब हम वहां गए तो एक युवती के साथ रहते मिला। वह उससे भी शादी कर चुका था।
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पहले जानते हैं दोनों की मुलाकात कब और कैसे हुई
बात 2012 की है। भोपाल की रहने वाली युवती और गणेश शंकर IIM शिलांग से MBA कर रहे थे। कॉलेज के दौरान दोनों की पहचान हुई। फिर उनके बीच प्यार हो गया। करीब 7 साल तक दोनों साथ रहे। शादी का वादा भी किया। गणेश के पिता शंकर राजगोपालन एसबीआई से रिटायर्ड हैं। वे मूल रूप से बेंगलुरु के ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। युवती का परिवार मूल रूप से गोरखपुर उत्तर प्रदेश का है। उसके पिता भारतीय दूर संचार लिमिटेड से रिटायर्ड हैं।
एक साल पहले दोनों ने कर ली कोर्ट मैरिज
युवती के भाई ने बताया कि गणेश और युवती दोनों बेंगलुरु में जॉब करते हैं। 14 जुलाई 2021 को वहीं दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली। इसका सर्टिफिकेट उनके पास है। दोनों के माता-पिता को इस बारे में पता नहीं था। इधर, युवती के परिवार वाले रिश्ता तलाशने लगे। युवती ने भोपाल आकर परिवारवालों को कोर्ट मैरिज के बारे में बताया। परिवारवालों ने पहले इसे मानने से इनकार कर दिया। कहा- समाज के सामने शादी नहीं हुई, इसलिए इसे नहीं मानते। हालांकि, रिक्वेस्ट करने पर बाद में मान गए। युवती के पिता ने गणेश के पिता शंकर राजगोपालन को रिश्ते के लिए फोन किया। शंकर राजगोपालन ने शादी को मानने से इनकार करते हुए बहस की। युवती के पिता को ये बात अच्छी नहीं लगी।
फिर बॉयफ्रेंड ने दिया धोखा, बाद में शादी भी की
युवती के भाई के मुताबिक मान-मनौव्वल के बाद गणेश के पिता शादी के लिए राजी हो गए। शादी 25 जून 2022 को होना तय हुई। गणेश ने इससे पहले 26 मार्च 2022 को बेंगलुरु में दूसरी लड़की से दक्षिण भारतीय रीति-रिवाज से शादी कर ली। इस बारे गर्लफ्रेंड को खबर तक नहीं लगने दी। बाद में 25 जून को भोपाल आकर गर्लफ्रेंड के साथ भी धूमधाम से सात फेरे ले लिए। शादी में IIM में पढ़ने वाले दोस्त भी शामिल हुए। पार्टी भी हुई।
पहली शादी की फोटो देखी, तो खुला राज
शादी के बाद गणेश अपनी पत्नी को बेंगलुरु नहीं ले गया। जब युवती ने गणेश के सोशल मीडिया अकाउंट पर पहली शादी की फोटो ने देख ली। गणेश से पूछताछ की, तो उसने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। फिर शक के आधार पर युवती, अपने पिता और जीजा के साथ बेंगलुरु पहुंची। वहां देखा, तो गणेश एक फ्लैट में अपनी पत्नी के साथ रह रहा था। युवती ने काफी मिन्नतें कीं, लेकिन गणेश ने उसे वहां से भगा दिया। फिर उसने बेंगलुरु में ही थाने में केस दर्ज करा दिया।
मैनेजर ने भी भोपाल में कर दी शिकायत
इसके बाद गणेश शंकर ने भी भोपाल के कमला नगर थाने में शिकायत कर दी। मैनेजर के दावे के अनुसार भोपाल की युवती से उसकी शादी बिहार के ‘पकड़ौआ बियाह’ के तर्ज पर हुई है।
पढ़िए गणेश ने FIR में क्या लिखवाया…
मेरा नाम गणेश शंकर है। उम्र 34 साल। मैं मूलत: भोपाल के बी-22 कस्तूरबा नगर का रहने वाला हूं। वर्तमान में एनएस 204 श्रीराम सुरभि कनकपुरा रोड बेंगलुरु में रहता हूं। गूगल में मैनेजर हूं। कॉलेज (IIM) में साथ पढ़ने वाली लड़की मुझसे शादी करना चाहती थी। मेरे मना करने पर उसने अपने पिता से जुलाई 2020 में मेरे घर फोन करवाया। लड़की के पिता ने बेटी का शादी का प्रस्ताव दिया। हमने मना कर दिया। इस पर उन्होंने देख लेने की धमकी दी। लड़की ने मुझ पर दबाव डाला कि मैं भोपाल आकर उसके परिवार वालों से मिलकर वापस बेंगलुरु जाऊं। उसके बाद वह फिर कभी संपर्क नहीं करेगी। उसने मुझसे कहा कि वह केवल परिवार वालों को दिखाने के लिए यह नाटक कर रही है।
दबाव में मैंने अपने माता पिता को कुछ नहीं बताया। 21 जून 2022 को मैं भोपाल आया। भाई और उसके जीजा ने एयरपोर्ट से साथ लिया। नेहरू नगर के एक फ्लैट में ले गए। दोनों ने फ्लैट में नजरबंद कर दिया। जब भी मैं बाहर जाने के लिए कहता, तो दोनों धमकाने लगते थे। दो बार पीटा भी। मुझे खाना जीजा या उसके साथी लाकर देते थे। खाने में कुछ ऐसी दवा मिलाकर दी जाती थी कि मुझे नींद आती रहती थी। दहेज प्रताड़ना का झूठा केस लगाएंगे। मेरे माता पिता बुजुर्ग व कमजोर हैं। मैं नहीं चाहता था कि उन्हें परेशानी हो, इसलिए मजबूरी में मुझे फंक्शन में शामिल होना पड़ा। इस दौरान मैं बेहोश होकर दो-तीन बार गिर गया। लड़की और उसके घर वालों ने मुझे पुनः होश में लाकर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दबाव डाला। बेहोशी में मुझे अस्पताल में भर्ती किया गया। जिसके कारण शादी की सभी विधियां अधूरी रह गईं। उन्होंने मुझे मेरे माता पिता से मिलने नहीं दिया।
मेरे बेहोश होने के पहले लड़की के परिजनों ने दोनों के फोटो खींच लिए। फोटोज के आधार पर ब्लैकमेल कर रहे हैं। दबाव बना रहे हैं कि मैं उसे पत्नी स्वीकार कर लूं। मना करने पर 50 लाख रुपए मांगे। ऐसा नहीं करने पर वे मुझे व परिवार को बदनाम कर देंगे। झूठे केसों में उलझाकर जेल भिजवा देंगे।
लड़की के परिवार वालों ने कहा कि परिवार की पुलिस महकमे में जान पहचान है। उनके चाचा भी पुलिस डिपार्टमेंट में आईपीएस हैं। वे हमें जेल में डाल देंगे। हम कभी भी साथ में पति-पत्नी बनकर नहीं रहे हैं। लड़की के भाई, पिता व जीजा ने मुझे धमकी दी कि यदि मैंने 50 लाख रुपए नहीं दिए, तो सोशल मीडिया में मेरे व मेरे माता-पिता के बारे में पोस्ट करेंगे।
रजिस्ट्रार ऑफिस में दर्ज है शादी
लड़की के पिता ने बताया कि उनकी बेटी और गणेश ने जुलाई, 2021 में बेंगलुरु में कोर्ट मैरिज कर ली थी। उनकी शादी वहां के मैरिज रजिस्ट्रार ऑफिस में दर्ज है। उनके पास उसका सर्टिफिकेट भी है। गणेश ने मार्च 2022 में दूसरी शादी कर ली है, इसलिए वो ये सब कर रहा है। बेटी ने भोपाल कोर्ट में परिवाद दायर करने के साथ बेंगलुरु पुलिस में भी आवेदन दिया है।
मामले में पुलिस का क्या है कहना
मामले की जांच कर रहे एसआई संजय शुक्ला ने बताया कि पीड़ित युवक ने खुद को बेंगलुरु में गूगल का मैनेजर बताया है। युवती भी उसके साथ IIM में पढ़ी है। वर्तमान में युवती जॉब कर रही है। अभी दूसरे पक्ष के बयान नहीं हो पाए हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
समझिए पकड़ौआ बियाह क्या होता है…
बिहार के गया जिले के रहने वाले प्रशांत सिंह बताते हैं पकड़ौआ बियाह में शादी योग्य लड़के का अपहरण करके उसकी जबरन शादी करवाई जाती है। इस टॉपिक पर बॉलीवुड में अगस्त 2019 में ‘जबरिया जोड़ी’ नाम से एक फिल्म रिलीज हो चुकी है। इसके अलावा कलर्स चैनल पर ‘भाग्य विधाता’ नाम से एक टीवी सीरियल भी प्रसारित हो चुका है। इन दोनों में ही काफी हद तक पकड़ौया बियाह की सच्चाई को दिखाने की कोशिश की गई है। इसकी शुरुआत कहां से हुई इसकी कोई पुख्ता जानकारी तो नहीं है, लेकिन माना जाता है कि दूल्हे को अगवा कर उसकी शादी रचाने का चलन बेगूसराय जिले से शुरू हुआ है।
बेगूसराय से सटे पटना जिले के हिस्से मोकामा, पंडारख, बाढ़, बख्तियारपुर जैसे इलाके में एक समय इसका खूब चलन था। इसमें गांव या परिवार के दबंग लोग इलाके के किसी पढ़े-लिखे और धन-संपदा से संपन्न शादी योग्य युवक का अपहरण कर लेते हैं। इसके बाद जबरन उसकी शादी करा दी जाती है। विरोध करने पर युवक की पिटाई भी की जाती है। कई बार हथियार वगैरह दिखाकर युवक को डराया धमकाया भी जाता है। इतना ही नहीं, शादी कराने वाले दबंग दूल्हे और उसके परिजनों को इतना डरा धमका देते हैं कि वह मजबूरी वश जबरिया विवाह को स्वीकार कर लेते हैं। आमतौर पर दबंग पहला बच्चा होने तक दूल्हा और उसके परिजनों पर नजर रखते हैं।
