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महिला ने 3 महीने की बेटी को अस्पताल की तीसरी मंजिल से फेंका, पुलिस का एक्शन
Gujarat Police: आरोपी मां का कहना है कि उसकी बेटी जन्म से ही बीमार थी और वो उसका दर्द देख नहीं पा रही थी.

Woman Throws 3 Month Daughter On 3rd Floor: गुजरात के अहमदाबाद में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला पर अपनी ही तीन महीने की बच्ची को अस्पताल की तीसरी मंजिल से नीचें फेंकने का आरोप लगा है. एफ डिवीजन के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पीपी पिरोजिया ने सोमवार (02 अक्टूबर) को बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस अधिकारी ने कहा, “23 वर्षीय महिला पर अपनी तीन महीने की बेटी को अहमदाबाद के सिविल अस्पताल की तीसरी मंजिल से फेंकने का आरोप है. इस घटना में बच्ची की मौत हो गई थी.” उन्होंने बताया कि ये दिल दहला देने वाली घटना अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में रविवार (01 जनवरी) के दिन हुई.
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
‘एफ’ डिवीजन के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पीपी पिरोजिया ने कहा, “आणंद जिले के पेटलाड तालुका निवासी फरजानाबानू मलिक ने बताया कि उसने यह कठोर कदम इसलिए उठाया क्योंकि उसकी बच्ची अमरीनबानू जन्म के समय से ही बीमार थी और वह उसे इतनी अधिक तकलीफ में नहीं देख सकती थी.” शुरुआत में आरोपी मां ने अस्पताल प्रशासन से बच्ची के लापता होने का दावा करके उन्हें गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब सीसीटीवी फुटेज चेक की गई तो स्थिति साफ हुई.
आरोपी महिला ने अपना जुर्म कबूला
घटना का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने कहा, “सीसीटीवी फुटेज में आरोपी मां अपनी बेटी को लेकर गैलरी की ओर जाती और फिर खाली हाथ वापस आती हुई देखी जा सकती है. इसके बाद बच्ची अमरीनबानू का शव अस्पताल के कर्मचारियों को ग्राउंड फ्लोर पर मिला था. पूछताछ के बाद महिला ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.”
जन्म से बीमार थी बच्ची- परिजन
पुलिस अधिकारी ने कहा, “शाहीबाग पुलिस थाने में रविवार (01 जनवरी) को दर्ज FIR के अनुसार, बच्ची जन्म के तुरंत बाद बीमार हो गई और वड़ोदरा के SSG अस्पताल में उसका ऑपरेशन किया गया, जहां उसे 24 दिनों तक भर्ती रखा गया था. बच्ची के पिता आसिफ ने पुलिस को बताया कि वडोदरा के डॉक्टरों ने दूषित पानी के सेवन को बीमारी का कारण बताया था. FIR के अनुसार, बच्ची की हालत बिगड़ने के बाद उसे 14 दिसंबर को नदियाड के एक अस्पताल में ले जाया गया और फिर उसे यहां के सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया क्योंकि उसकी आंत का एक हिस्सा उसके पेट से बाहर निकल आया था.”