21 वें महापौर की ‘अन्नू’ ने ली शपथ:मंच में लगे ओवैसी जिंदाबाद के नारे, निर्दलीय पार्षद का पानी में गिरा पेज, तो शपथ पढ़ने में अटके
By manu Mishra 7अगस्त 2022
जबलपुर नगर निगम के 21वें महापौर जगत बहादुर से अन्नू का शपथ ग्रहण समारोह आज विटनरी कॉलेज में आयोजित किया गया। जिसमें महापौर जगत बहादुर अन्नू ने परंपरागत गाउन व हार पहन कर शपथ ली। इसी दौरान कांग्रेस व निर्दलीय नवनिर्वाचित पार्षदों ने भी शपथ ली। सभी नवनिर्वाचित पार्षदों और महापौर को कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ इलैयाराजा टी ने शपथ दिलवाई। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ भी पहुंचे। महापौर की शपथ लेने के बाद 1 घंटे के अंदर नवनिर्वाचित महापौर जगत बहादुर अन्नू ने निगम आयुक्त आशीष वशिष्ठ की मौजूदगी में नर्मदा नदी में मिल रहे गंदे नाले को रोकने के लिए फाइल को भी साइन किया।
महापौर ने माथा टेक कर जनता को किया प्रणाम
मंच में लगे ओवैसी जिंदाबाद के नारे
शपथ ग्रहण समारोह में पहले महापौर ने शपथ ली। इसके बाद तीन समूहों में नवनिर्वाचित पार्षदों को शपथ दिलाई गई। शपथ के दौरान एआईएमआईएम के दो नवनिर्वाचित पार्षदों ने भी शपथ ली। और खुले मंच से ओवैसी जिंदाबाद के नारे भी लगाए। एआईएमआईएम जिंदाबाद और ओबीसी जिंदाबाद के नारे लगने के साथ ही मंच सहित अन्य लोग हैरान हो गए। हालांकि इसके बाद कार्यक्रम सुचारु रुप से चलता रहा। कार्यक्रम में लगाई गई करीब 2 हजार कुर्सियां भी कम पड़ गई। जिसके कारण कार्यक्रम में अव्यवस्थाएं भी देखने को मिली।
नवनिर्वाचित महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू मंच में चढ़ने के बाद भाव विभोर हो गए जिसके बाद उन्होंने सबसे पहले मंच को माथा टेक कर प्रणाम किया। उन्होंने अपने उद्बोधन की शुरुआत नर्मदा मैया के जयकारे के उद्घोष के साथ शुरू की। इस दौरान उन्होंने कहा जबलपुर के विकास के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ेंगे। मुझे इस बात का दुख है कि सभी नवनिर्वाचित पार्षद आज शपथ नहीं ले रहे हैं। मुझे मालूम है कि उनकी यह मजबूरी है लेकिन हम सभी मिलकर जबलपुर के विकास की गाथा आगे बढ़ाएंगे। मां नर्मदा में गंदे नाले नहीं मिले शपथ लेने के बाद ही उस फाइल में सिग्नेचर कर निगम आयुक्त व कलेक्टर को सौंपा जाएगा। आज मैं जबलपुर का पहला नागरिक बना हूं तो इसके पीछे जबलपुर की समस्त जनता जनार्दन का आशीर्वाद है। जो मेरी हमेशा ताकत बनकर हर असंभव कार्य को भी पूरा करने में मदद करेगा।
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सरकार बनते ही तिजोरी की चाबी जबलपुर को सौंपी थी: कमलनाथ
शपथ ग्रहण समारोह में अपने उद्बोधन के दौरान पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने महापौर जगत बहादुर से अनु को विजय दिलाने पर जबलपुर की समस्त जनता को धन्यवाद दिया। और इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरा जबलपुर से पुराना नाता है। आज जितने भी लोग यहां देख रहे हैं अधिकांश उस समय पैदा भी नहीं हुए थे तब से मेरा जबलपुर आना-जाना रहा है। मुझे जबलपुर से बहुत लगाव है। इसलिए मैंने कांग्रेस की सरकार बनते ही तिजोरी की चाबी जबलपुर के विधायक तरुण भनोट को सौंप दी थी।
शपथ ग्रहण समारोह में अपने उद्बोधन के दौरान पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने महापौर जगत बहादुर से अनु को विजय दिलाने पर जबलपुर की समस्त जनता को धन्यवाद दिया और इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरा जबलपुर से पुराना नाता है। आज जितने भी लोग यहां देख रहे हैं अधिकांश उस समय पैदा भी नहीं हुए थे तब से मेरा जबलपुर आना-जाना रहा है। मुझे जबलपुर से बहुत लगाव है इसलिए मैंने कांग्रेस की सरकार बनते ही तिजोरी की चाबी जबलपुर के विधायक तरुण भनोट को सौंप दी थी।
हर ऑफिसर का होगा होगा हिसाब-किताब
उन्होंने कहा कि 2018 में उनकी सरकार ने जबलपुर में कैबिनेट की पहली बैठक की थी। जिसमें जबलपुर अंचल के लिए करोड़ों रुपए के विकास कार्यों को मंजूरी दी गई थी। लेकिन मौजूदा सरकार ने उन सभी कार्यों को रोक दिया जैसे ही प्रदेश में पुनः कांग्रेस की सरकार आएगी। तो रुके हुए काम फिर से शुरू कर दिए जाएंगे।
ग्राउंड के पानी में गिरा शपथ पत्र हुआ गीला, शपथ लेने में अटके
शपथ ग्रहण समारोह में निर्दलीय पार्षद मोहम्मद सफीक हीरा लेट पहुंचे। फिर सभी नवनिर्वाचित पार्षदों की शपथ के बाद आखिरी में कलेक्टर इलैयाराजा टी के द्वारा शपथ दिलाई गई। तब मंच पर नवनिर्वाचित निर्दलीय पार्षद घबरा गए और पूरी तरह शपथ भी अच्छे से नही पड़ पाए। शपथ के दौरान वह कई शब्दों में अटके तो वहीं कई शब्दों को गलत भी पढ़ लिया। इसके बाद महापौर जगत बहादुर सिंह ने उनकी मदद की। वहीं नवनिर्वाचित निर्दलीय प्रत्याशी का कहना है कि उनका शपथ पत्र का पेज गैरिसन ग्राउंड में गिर गया था। जिसके कारण पेज पानी में गिर गया और गीला हो गया।
इस कारण नवनिर्वाचित निर्दलीय पार्षद हीरा अपने पेज को भी साफ और पोछते हुए नजर आए। जिसके बाद उन्हें दूसरा शपथ पत्र का पेज दिया गया। जिसके कारण वह घबरा गए थे। निर्दलीय पार्षद हीरा पहली बार चुनाव जीते हैं। जो कि करीब 56 वोटों से जीत कर आए हैं। उन्होंने 12वीं तक पढ़ाई की है।