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दमोह बाबई गांव की वारदात:पिता ने कुल्हाड़ी से काटा बेटे का हाथ, जबलपुर ले जाते समय रास्ते में मौत, बाइक मांगने काे लेकर हुआ था विवाद By manu Mishra 5अगस्त 2022

 दमोह बाबई गांव की वारदात:पिता ने कुल्हाड़ी से काटा बेटे का हाथ, जबलपुर ले जाते समय रास्ते में मौत, बाइक मांगने काे लेकर हुआ था विवाद

By manu Mishra 5अगस्त 2022



पुलिस की घोर लापरवाही आई सामने

जिले के जेरठ चौकी अंतर्गत बाेबई गांव में गुरुवार दोपहर 3 बजे बाइक की चॉबी नहीं देने पर पिता और छोटे भाई ने मिलकर बड़े भाई का बायां हाथ कुल्हाड़ी से काटकर धड़ से अलग कर दिया। पिता इतना आक्रोशित था कि कटा हुआ हाथ और कुल्हाड़ी कांधे पर रखकर करीब 5 किमी पैदल चला और चौकी में जाकर सरेंडर कर दिया।

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इसके बाद पुलिस ने एंबुलेंस मौके पर पहुंचाई और घायल युवक को पथरिया पीएचसी में भर्ती करा दिया। इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। घायल तो अस्पताल पहुंच गया था, लेकिन युवक का कटा हुआ हाथ चौकी में रखा रहा। करीब तीन घंटे बाद कटा हाथ अस्पताल पहुंचाया, जहां पर डाॅक्टराें ने हाथ जोड़ने से इंकार कर दिया और उसे दमोह जिला अस्पताल रैफर कर दिया। दमोह अस्पताल से उसे गंभीर हालत में जबलपुर रैफर कर दिया गया लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।

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कांधे पर कुल्हाड़ी और हाथ में कटा हुआ हाथ लटकाकर 5 किमी पैदल चलकर चौकी पहुंचा पिता, गिरफ्तार

डाॅक्टर बोले- देरी से पुलिस ने उनके पास कटा हाथ पहुंचाया


जानकारी के अनुसार बोबई निवासी मोती पटेल 51 के बेटे संतोष पटेल 21 के पास बाइक है। जिसे उसके पिता मोती पटेल और छोटा भाई राम किशन कहीं जाने के लिए संतोष से मांग रहे थे। संतोष ने बाइक देने से इंकार कर दिया। इस बात को लेकर पिता मोती और राम किशन ने मिलकर संतोष पर हमला बोल दिया। विवाद के बीच पिता मोती ने संतोष का बायां हाथ लकड़ी के पटे पर रखा और उसे कुल्हाड़ी से काटकर अलग कर दिया। इस क्रूरता के बाद पिता मौके से भागा नहीं, बल्कि कुल्हाड़ी कांधे पर रखकर और हाथ में कटा हुआ हाथ लेकर करीब 5 किमी दूर जेरठ पुलिस चौकी पहुंचा। जैसे ही पुलिस ने मोती के हाथ में कटा हाथ देखा तो स्टाफ भी दंग रह गया। तुंरत मोती को पुलिस ने पकड़ लिया। बाद में घायल संतोष को अस्पताल पहुंचाया। संतोष की पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसने बचाव का प्रयास किया, लेकिन ससुर और देवर ने उसे धक्का देकर अलग कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि ससुर हाथ काटने के बाद उसे अपने साथ लेकर गए और जिसे वह नदी में फेंकने जा रहे थे, लेकिन बाद में वह पुलिस चौकी लेकर चले गए।

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पत्नी बोली-ससुर और देवर ने क्रूरता दिखाई, पहले हाथ लकड़ी के पटा पर रखा, फिर कुल्हाड़ी से काटा

पथरिया जाने के लिए ससुर ने बाइक मांगी थी


जिला अस्पताल में संतोष की पत्नी दसोदा काछी ने बताया कि पति संतोष और वह स्वयं खेत में काम कर रही थी। इस बीच ससुर मोती खेत में आए और पथरिया जाने के लिए मोटर साइकिल मांगने लगे। इस पर संतोष कहा कि गाड़ी की किस्त भरने के लिए कोई नहीं है। गाड़ी मांगने के लिए आ जाते हैं, खराब हो जाएगी तो हम क्या करेेंगे। यह बात ससुर को नागवार गुजरी और गली गलौज करने लगे। बाद में हम लोग घर पहुंचे तो वहां पर भी विवाद हो गया। ससुर और देवर ने हमला कर दिया। ससुर हाथ काटकर अपने साथ ले गए। दसाेदा के दो बच्चे रुद्राक्ष 5 और सोहराज 2 हैं।

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35 हजार रुपए जमा किए, दो साल किस्त और जमा करनी थीं : पत्नी ने बताया कि पति खेती का काम करने के साथ-साथ फुलकी की ठेला भी लगाते थे। उन्होंने सितंबर 2021 में 35 हजार रुपए नकद जमा करके बाइक खरीदी थी, जबकि दो साल के लिए अलग से किस्त तय की गई थी। अभी एक साल और किस्त जमा करनी थी, हर महीने पति 3500 रुपए की किस्त जमा करते थे। इधर जिला अस्पताल पहुंचने पर संतोष तो डाॅक्टरों ने जबलपुर रेफर कर दिया, लेकिन 7.29 मिनट तक एंबुलेंस नहीं मिली थी। इधर महिला के परिजन अपने साथ में कटा हुआ हाथ लिए थे, जिसे जुड़वाने के लिए डाॅक्टरों से मिन्नतें कर रहे थे, लेकिन डाॅक्टरों ने जबलपुर रेफर कर दिया था। उनका कहना था कि काफी देरी हो गई है।



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