आदिवासी बनी लखपति लकड़ी बीनते हुए आदिवासी महिला को मिला 20लाख का हीरा:पन्ना में चमकीला पत्थर समझ लाई घर, जांच कराई तो बेशकीमती डायमंड निकला
MP news पन्ना में एक आदिवासी मजदूर महिला की किस्मत चमक गई, जब लकड़ी बीनते-बीनते उसे चमकीला पत्थर मिला। इस चमकदार खूबसूरत पत्थर को वह घर ले आई और पति को दिखाया। इसके बाद दोनों उसे लेकर हीरा कार्यालय पहुंचे। तब पता चला कि वो पत्थर नहीं बल्कि 4 कैरेट 39 सेंट का बेशकीमती हीरा है। जिसकी कीमत करीब 20 लाख रुपए तक है।
पन्ना के पुरषोत्तमपुर की रहने वाली गेंदा देवी सोमवार की सुबह जेल के पीछे जंगल में लकड़ी बीनने गई थी। रास्ते में एक चमकीला पत्थर दिखाई दिया। गेंदा बाई ने उसे उठा लिया। घर आकर पति को बताया। हालांकि, पति-पत्नी उस चमकीले पत्थर की पहचान नहीं कर पाए। दो दिन घर में रखने के बाद बुधवार को हीरा कार्यालय पहुंचे। यहां उनकी किस्मत बदल गई।
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12 प्रतिशत रॉयल्टी और 1 प्रतिशत टैक्स कटेगा
गेंदा देवी ने हीरा पारखी अनुपम सिंह को चमकीला पत्थर दिखाया। पहचान होने के बाद हीरे को कार्यालय में जमा करवा दिया गया। जिसे आगामी हीरा नीलामी में रखा जाएगा। नीलामी में 12 प्रतिशत रॉयल्टी और 1% टैक्स काटकर बाकी रकम गेंदा बाई के खाते में डाल दी जाएगी।
गेंदा देवी को मिले हीरे की कीमत करीब 20 लाख रुपए तक है।
बेटियों की शादी करेंगे, घर भी बनवाएंगे
गेंदा देवी ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। लकड़ी बेचकर और मजदूरी कर घर का खर्च चलता है। चार बेटे और दो बेटियां हैं। एक बेटी की शादी की उम्र हो गई है। जिसकी चिंता सता रही थी। अब भगवान जुगल किशोर सरकार ने सुन ली। हीरे से मिलने वाली रकम से बेटियों की शादी करेंगे। मकान भी बनाएंगे।
दो महीने पहले अन्य महिला को मिला था हीरा
ये पहला मौका नहीं है जब पन्ना में इस तरह किसी महिला को हीरा मिला हो। इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। इस साल मई में भी एक महिला को 10 लाख रुपए का हीरा मिला था। महिला ने 200 रुपए देकर हीरे की खदान का पट्टा लिया था। इसके तीन महीने बाद उसे ये हीरा मिला था।
इसी तरह मई के पहले हफ्ते में झरकुआ गांव के निवासी प्रताप सिंह यादव को खदान में बेशकीमती उज्जवल किस्म का हीरा मिला था। कृष्ण कल्याणपुर की उथली खदान में उन्हें 11.88 कैरेट का हीरा मिला। जिसकी अनुमानित कीमत 60 से 70 लाख रुपए थी