नई दिल्ली. कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूर अपने घरों के लिये सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल ही तय रहे थे. लेकिन अब देशव्यापी लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए गृह मंत्रालय ने रेलवे को मजदूरों के लिए ट्रेन चलाने की मंजूरी दे दी है.
बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय ने इसके लिए सभी जनरल मैनेजर को स्टेट चीफ सेक्रेटरीज से संपर्क कर ट्रेनें प्लान करने को कहा गया है. उन्हें अपने स्तर पर निर्णय लेने और परस्पर कोऑर्डिनेट करने की स्वतंत्रता दी गई है.
गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए लाखों प्रवासी मजदूरों, पयज़्टकों, छात्रों और अन्य लोगों को बुधवार को कुछ शतोज़्ं के साथ उनके गंतव्यों तक जाने की अनुमति दी है. वहीं प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए तेलंगाना में लिंगमपल्ली से झारखंड के हटिया तक १२०० प्रवासियों को ले जाने वाली पहली ट्रेन शुक्रवार सुबह ४:५० बजे चली. २४ कोच की ट्रेन आज रात ११ बजे झारखंड के हटिया पहुंचेगी. जिसमें दिशानिर्देशों के अनुसार क्वारंटीन आदि सहित सभी उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार अब एक और ट्रेन केरल से ओडिशा के लिए चलाई जाएगी. केरल के एर्नाकुलम से ओडिशा के भुवनेश्वर के लिए एक स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी. इस ट्रेन में करीब १००० मजदूरों को बैठने की अनुमति होगी. ओडिशा सरकार की अपील के बाद रेल मंत्रालय ने इस स्पेशल ट्रेन को चलाने की अनुमति दी है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, स्क्रीनिंग, क्वारनटीन जैसे नियमों का पालन करना होगा.
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