
राजधानी भोपाल के पहले कोलार सिक्स लेन प्रोजेक्ट की शुरुआत 29 अक्टूबर से होगी। CM शिवराज सिंह चौहान भूमिपूजन करेंगे। कोलार रेस्ट हाउस से गोल जोड़ तक 15 किलोमीटर बनने वाले सिक्स लेन के भूमिपूजन की तैयारियों को लेकर गुरुवार को विधायक रामेश्वर शर्मा समेत जिला प्रशासन, पीडब्ल्यूडी, निगम और निर्माण एजेंसी से जुड़े अधिकारियों ने निरीक्षण भी किया। शुरुआत से पहले अतिक्रमण हटाने, सीवेज या पानी की लाइन बिछाने और बिजली के पोल हटाने को लेकर चर्चा हुई। डिवाइडर, लाइटिंग, फुटपॉथ, हाईटेक ट्रैफिक मॉनिटर सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे आदि इस सिक्सलेन पर होंगे। इससे न तो ट्रैफिक बाधित होगा और न ही लोगों को परेशान होना पड़ेगा।
विधायक शर्मा ने बताया कि गुरुवार को कोलार रेस्ट हाउस से गोल जोड़ तक निरीक्षण किया। सिक्स लेन में आने वाली बाधाओं को दूर करने की बात अधिकारियों से कही गई है। सिक्स लेन बनने से हर रोज पांच लाख आबादी को फायदा होगा। कनेक्टिविटी के लिए 50 से 100 मीटर की सर्विस लेन भी बनाएंगे। ट्रैफिक कंट्रोल के लिए सिग्नल भी लगेंगे।
गोल जोड़ से होगी शुरुआत
222 करोड़ रुपए के सिक्स लेन प्रोजेक्ट की शुरुआत गोल जोड़ से होगी। विधायक ने बताया कि एक साल के भीतर सिक्स लेन बन जाएगा। वैकल्पिक मार्गों को बेहतर करने को अधिकारियों से कहा गया है। वहीं, सीवेज-पानी लाइन पहले ही बिछा ली जाएगी। जिससे रोड को खोदने की जरूरत न पड़ेगी।
5 लाख लोगों को मिलेगा फायदा
पीडब्ल्यूडी अफसरों का दावा है कि काम की शुरुआत के 12 महीने में सड़क की तस्वीर बदल जाएगी। कोलार में साढ़े 3 से 4 लाख आबादी रहती है। निर्माण के दौरान रूट डायवर्ट भी किया जाएगा। ऐसे में शाहपुरा होते ही कलियासोत ब्रिज बेहतर विकल्प रहेगा। इस ब्रिज का इसी साल लोकार्पण हुआ है।
ऐसे बदलेगी सड़क की तस्वीर
- टूलेन की जगह सिक्स लेन में सड़क बदलेगी
- बीचों बीच डिवाइडर रहेंगे
- लाइटिंग होने से सड़क पर रोशनी रहेगी
- फुटपाथ भी बनेगा, ताकि कॉलोनियों के लोगों को राहत मिल सके
इसलिए जरूरी है फोरलेन
कोलार रोड के गोल जोड़ से बैरागढ़ चिचली के बीच की लंबाई 11Km है। इस बीच सर्व-धर्म, मंदाकिनी, बीमाकुंज, कान्हाकुंज, सीआई, चूना भट्टी एरिया, नयापुरा, ललितानगर, गेहूंखेड़ा, नहर की पुलिया समेत करीब 100 कॉलोनियां बसी है। यहां के लोग इसी रोड से आना-जाना करते हैं। बढ़ती आबादी के साथ अब सड़क काफी छोटी पड़ने लगी है। अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है। वहीं, बारिश में सड़क पूरी तरह से जर्जर हो जाती है। इस बार भी ऐसी ही तस्वीर नजर आ रही है। इसलिए रोड की चौड़ाई की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
पीक आवर्स में ट्रैफिक का खासा दबाव
वर्तमान में रोड पर ट्रैफिक का खासा दबाव रहता है। खासकर सुबह 10 से 12 बजे और शाम 5 से 8 बजे के बीच। इस कारण जाम के हालात भी बनते हैं। इसलिए करीब आठ महीने पहले पीडब्ल्यूडी ने रोड को सिक्स लेन में बदलने का प्रोजेक्ट तैयार किया था।
