जबलपुर पुलिस से भिड़ीं छात्राएं, कहा-हाथ मत लगाना:कॉलेज में की तोड़फोड़, 4 थानों से पहुंची फोर्स


जबलपुर में छात्राओं ने कॉलेज का घेराव करते हुए तालाबंदी कर दी। कॉलेज प्रबंधन ने पुलिस बुलाई तो छात्राएं उनसे ही भिड़ गई। पुलिस ने जब छात्रा को हटाने की कोशिश की तो साथियों ने कहा-आप हाथ ना लगाओ, महिला पुलिस बुलाओ।
जबलपुर का होम साइंस कॉलेज मंगलवार को अखाड़ा बन गया। 100 से ज्यादा छात्राओं के फेल होने पर गुस्साए स्टूडेंट्स ने कॉलेज का घेराव करते हुए तालाबंदी कर दी। कॉलेज प्रबंधन ने पुलिस को बुलवाया तो छात्राएं उनसे भी उलझ गईं। उन्होंने पुलिस से जमकर धक्का-मुक्की की। NSUI की एक पदाधिकारी ने तो पुलिस का हाथ तक पकड़ लिया। पुलिस ने जब छात्रा को हटाने की कोशिश की तो साथी छात्रों ने हंगामा कर दिया। बोले- पहले महिला पुलिस बुलाओ, आप हाथ नहीं लगा सकते हैं। इस दौरान कॉलेज परिसर में तोड़फोड़ भी की गई। देखते ही देखते 4 थानों की पुलिस कॉलेज में पहुंच गई।
पहले जान लें किसी बात को लेकर हुआ हंगामा
प्रदर्शन कर रहीं छात्राओं का कहना है कि सेकंड ईयर में 100 से ज्यादा स्टूडेंट्स को फेल कर दिया गया है। पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया गया तो उसमें भी कुछ नहीं हुआ। एटीकेटी में तो नंबर और कम हो गए। पुन: परीक्षा आयोजित करने की मांग करते हुए मंगलवार को सैकड़ों स्टूडेंट्स कॉलेज पहुंचे और प्रिंसिपल से मिलने की मांग करने लगे। हंगामा देखकर कॉलेज प्रबंधन ने पुलिस बुला ली। पुलिस प्रिंसिपल कक्ष के बाहर खड़ी हुई तो स्टूडेंट्स भीतर घुसने के लिए पुलिस से उलझ गए। उनका कहना था कि उन लोगों को बिना किसी वजह के फेल किया जा रहा है। धरने पर बैठी छात्राओं की मांग है कि उन्हें दाेबारा पेपर दिया जाए।
प्रिंसिपल कक्ष में घुसने के लिए छात्राएं पुलिस से उलझ गईं। उन्होंने जमकर धक्का-मुक्की की। उनका कहना था कि उन लोगों को बिना किसी वजह के फेल किया जा रहा है।
जानबूझकर फेल किया जा रहा
NSUI की राष्ट्रीय समन्वयक देवकी पटेल का कहना है कि महाविद्यालय में छात्राओं को लगातार फेल किया जा रहा है। पिछले दिनों भी हमने प्रदर्शन किया था। इसके बाद फेल की गईं 6 छात्राओं की कॉपियां खुलीं, तो उनमें से 3 पास हो गईं। आखिर गड़बड़ी किस ओर से हुई। आप छात्राओं को किस कारण से फेल कर रहे हैं। हमारे कॉलेज में 11 छात्राएं पीजी डिप्लोमा की हैं। उनका कोर्स पूरा नहीं किया और एग्जाम ले लिया गया। एटीकेटी में तो छात्राओं के नंबर और कम हो गए। यहां पर गड़बड़ी पर गड़बड़ी हो रही है।
पुलिस ने प्रिंसिपल के रूम में जाने से रोका तो छात्राओं ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। उन्होंने परिसर में रखे गमलों को उठाकर पटक दिया।
मजबूर होकर तालाबंदी की
NSUI की देवकी पटेल ने बताया कि जब छात्राओं के द्वारा मूल्यांकन की मांग की जाती है तो उनकी बातें नहीं सुनी जाती। मजबूर होकर हमने आज तालाबंदी की है। पूरे कॉलेज की 200 लड़कियां के रिजल्ट को प्रभावित किया गया है। हम मान लेते हैं कि मेन एग्जाम में बच्चों ने पढ़ाई नहीं की, तो आपने फेल कर दिया। एटीकेटी में भी पढ़ाई नहीं की क्या, जो और नंबर कम हो गए।
तोड़फोड़ कर रहे स्टूडेंट्स को पुलिस ने समझाने की कोशिश भी की।
तोड़फोड़ करने वालों पर करेंगे कार्रवाई
थाना प्रभारी एसपीएस बघेल ने बताया कि हमने छात्राओं और प्रिंसिपल दोनों की ही बातें सुनी हैं। दोनों को समझाइश भी दी गई है। कुछ छात्र-छात्राओं ने कॉलेज में तोड़फोड़ की है, जिनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।
गुस्साए स्टूडेंट्स ने मेन गेट पर ताला लगा दिया और गेट के बाहर बैठ गए।